विन्ध्य की धरती, माँ के अँचल में
संस्कार- विभूषिता सबलाओं का उपवन
हम सबका सरस्वती - सदन ।
मधुर- मनोहर कलरव- गुंजित
भगवती के प्रसाद से सुवासित
हम सबका सरस्वती - सदन ।
पूरब में काशी, पश्चिम मे प्रयाग
गंगा- यमुना बीच सरस्वती की धार
हम सबका सरस्वती - सदन ।
गुरु-ज्ञान- ज्योति प्रकाशित
ज्ञान-विज्ञान-धन-सुशोभित
हम सबका सरस्वती - सदन ।
एकता-भावना-समता-नम्रता
चतुर्दिशा में समलंकृत
हम सबका सरस्वती-सदन ।
उत्तर प्रदेश के गौरव गान में
सुर एक अप्रतिम मनोहर
हम सबका सरस्वती - सदन ।
कोटि-कोटि नमन, सरस्वती-सदन ।
कोटि-कोटि नमन, सरस्वती-सदन ।